हरदा
जिले में मध्याह्न भोजन बनाने वाली बहनें अपने मानदेय बढ़ाने की मांग को लेकर कल स्थानीय गुप्तेश्वर मन्दिर से रैली निकालेंगी। वे कलेक्टर को तख्ता बेलन भेंट करेंगी और माँगपूर्ति हेतु ज्ञापन सौंपेंगी। जिला संगठन की अध्यक्ष बसु बाई ने कहा कि गरीब मजदूर की बहनों को उचित मान और मानदेय न मिलने तक यह संघर्ष जारी रहेगा।
क्या है मांगे
मिली जानकारी में मध्यानभोजन बनाने वाली महिलाओं को मात्र 1000/ रु मानदेय मिलता है। जबकि हर विभाग में तनख्वाह अधिक है। आशा कार्यकर्ता तक को ज्यादा मानदेय दिया जा रहा है। परंतु इनका वेतन विसंगतिपूर्ण है। इतने कम मानदेय में घर चलाना संभव नहीं है। ज्ञात हो, गरीब व मजदूर वर्ग कि ये महिलाएं इतने कम मानदेय में सुबह 8 बजे से 4 बजे तक भोजन से लेकर बर्तन तक मांजने का कार्य करती हैं। इस विसंगति को दूर करने के लिए विगत दिनों जिले के प्रत्येक ब्लाक में बैठक कर इस अनूठे आंदोलन की रणनीति बनाई गई है।
जिलाध्यक्ष बसु बाई ने कहा
मोबाइल पर बातचीत में संगठन की जिला अध्यक्ष , संन्यासा निवासी बसुबाई सरवर ने कहा कि कल गुरुवार को हम करीब सुबह 11 बजे एक रैली के माध्यम से कलेक्टर कार्यालय में ज्ञापन देंगे। प्रशासन को तख्ता बेलन सौंपेंगे। इस रैली में जिला की तहसीलों से करीब 500 के आसपास बहनें शामिल होंगी। रैली में शामिल होने परिवार के भैया लोग भी वाहन से आएंगे। इस रैली में आने के लिए हमने पूर्व से तैयारी की है।
इसके पूर्व भी हम बहनें ज्ञापन दे चुकीं हैं। इस बार पुनः ज्ञापन के माध्यम से हम सरकार से मानदेय बढ़ाने की मांग को लेकर निवेदन करेंगे। मांगें न माने जाने की स्थिति में संगठन आगे की रणनीति पर विचार करेगा। संगठन के हितार्थ कठोर निर्णय लिए जाएंगे। हम इस आंदोलन को प्रदेश भर में घूमकर तेज करेंगे। हम चाहते हैं कि सभी बहनों को यथोचित मान के साथ साथ मानदेय भी मिले। जानकारी के अनुसार प्रदेश में मानदेय बढ़ाने की मांग हरदा से शुरू हुई है।
नहीं होगी व्यवस्था बाधित
बसु बाई ने बताया कि कल होने वाली रैली से कहीं भी मध्याह्न भोजन व्यवस्था बाधित नहीं होगी। कल के मेन्यू के हिसाब से जल्द खाना बनाकर व्यवस्था हेतु एक साथी बहन को वहीं छोड़ बहनें हरदा आएंगी।
Source: खेल