हज़ारों पक्षियों का आशियाने बनाने पर शासन ने लगाई रोक, उज्जैन में अनोखा मामला
महाकाल की नगरी जिसे धार्मिक नगरी नाम से जाना जाता है. यहां दान पुण्य के साथ पशु-पक्षी की सेवा भी की जाती है. पेड़ों की कटाई और हवा-आंधी से पेड़ों के गिरने से पंछियों के रहने की जगह खत्म होने पर उज्जैन सिंधी समाज की ओर से पूरे शहर में पक्षी घर बनाए जा रहे थे. जिस पर अब रोक लगा दी गयी है.